2024 में भोपाल घूमने के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल | Bhopal Me Ghumne Ki Jagah

भोपाल मध्यप्रदेश राज्य की राजधानी हैं। भोपाल को ग्यारहवीं शताब्दी में परमार राजा भोज ने बसाया था। भोपाल का पुराना नाम भोजपाल था। भोपाल एक ऐतिहासिक शहर हैं, जो आकर्षक और दिलचस्प स्थलों में से एक हैं। भोपाल को झीलों की नगरी भी कहा जाता हैं। क्योंकि यहां पर कई छोटी-बड़ी झीलें स्थित हैं। जैसे यहां का बड़ा तालाब और छोटा तालाब पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध हैं।

इसके अलावा भोपाल शहर स्वच्छता के मामले भी काफी आगे रहता हैं। भोपाल में शौर्य स्मारक, भारत भवन, भीमबेटका, सांची स्तूप, शहीद भवन जैसी जगह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इसके अलावा भी यहां पर कई ऐतिहासिक पर्यटक स्थल हैं, जो पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं। अगर आप भी झीलों की नगरी भोपाल घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो पहले यहां के खूबसूरत और लोकप्रिय जगहों के बारे में जरूर जान लें।

Bhopal Me Ghumne Ki Jagah

भोपाल में घूमने की जगह और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल | Bhopal Me Ghumne Ki Jagah

भोपाल में कई सारी घूमने लायक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं, जहाँ पर आप अपने परिवार के साथ घूमने जा सकते हैं। भोपाल में बड़ा तालाब, छोटा तालाब, भीमबेटका गुफाएं, सांची स्तूप, भोजपुर मंदिर और शौकत महल जैसे कई सारे लोकप्रिय पर्यटन स्थल स्थित हैं। आइए जानते हैं Bhopal Mein Ghumne Layak Jagah कौन-कौन सी हैं।

1. भीमबेटका गुफाएं

भीमबेटका गुफाएं भोपाल से लगभग 45 किमी की दूरी पर दक्षिण-पूर्व में मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में स्थित हैं। भीमबेटका गुफाएं महाभारत के भीम के चरित्र से संबंधित हैं। भीमबेटका गुफाएं यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक हैं, और इस स्थल को वर्ष 2003 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया गया हैं। भीमबेटका गुफाएं भारतीय उपमहाद्वीप में मानव जीवन की उत्पति की शुरुआत के कुछ अंश पाए जाते हैं।

भीमबेटका की गुफाओं पर मौजूद सबसे पुराने चित्रों को आज से लगभग 30,000 साल पुराना माना गया हैं। भीमबेटका की गुफाएं आदि-मानव द्वारा बनाये गए शैलचित्रों और शैलाश्रयों के लिए प्रसिद्ध हैं। यह भोपाल के सबसे आकर्षक स्थानों में से एक हैं। अगर आप भोपाल घूमने के लिए जाए तो भीमबेटका जरूर घूमे। यह सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। यहां की एंट्री फीस भारतियों के लिए 10 रुपए हैं और विदेशी पर्यटकों के लिए 100 रुपए हैं।

2. सांची स्तूप

भोपाल में स्थित सांची स्तूप पूरे भारत भर में सबसे उल्लेखनीय स्मारकों में से एक हैं। सांची स्तूप मध्यप्रदेश राज्य के रायसेन जिले के सांची कस्बे में एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित हैं। सांची एक बौद्ध परिसर हैं, जो अपने महान स्तूप के लिए प्रसिद्ध हैं। यह भोपाल से लगभग 46 किमी की दूरी पर स्थित हैं। इसका निर्माण तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मौर्य वंश के महान सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को जनजन तक फैलाने के लिए करवाया था।

इस स्तूप के विशाल गुंबद में एक केंद्रीय तिजोरी हैं, जिसमें भगवान बुद्ध के अवशेष रखे गए हैं। सांची स्तूप को 1989 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। अगर आप भोपाल जा सांची स्तूप विजिट करना बिल्कुल ना भूलें। सांची स्तूप रोजाना सुबह 8:30 बजे से लेकर शाम 5:30 बजे तक खुला रहता हैं, और यहां की एंट्री फीस 10 रुपए हैं जबकि विदेशियों के लिए 250 रुपए हैं।

3. भोजपुर मंदिर

भोजपुर मंदिर भोपाल से लगभग 32 किमी दूर एक पहाड़ी पर स्थित हैं। भोजपुर मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित हैं। इस मंदिर का निर्माण (1010 ई – 1055 ई) यहां के शासक राजा भोज ने करवाया था। भोजपुर मंदिर को भोजेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं।

हालांकि मंदिर का निर्माण अधूरा होने के कारण इस मंदिर को ज्यादा पहचान नहीं मिल पाई। लेकिन मंदिर में स्थापित शिवलिंग अपने आप में अद्वितीय हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग हैं। जिसकी लंबाई 18 फीट और व्यास 7.5 फीट हैं। अगर इस मंदिर का निर्माण पूरा हो जाता तो, यह हिन्दुओं का सबसे बड़ा मंदिर होता।

4. बड़ा तालाब झील

भोपाल को झीलों की नगरी के नाम से भी जाना जाता हैं। क्योंकि यहां पर कई सारी झीलें हैं। उन्हीं में से एक बड़ा तालाब झील भी हैं। बड़ा तालाब भोपाल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक हैं। यहां पर हर मौसम में पर्यटकों की भीड़ जमी रहती हैं। इस झील के ऊपर एक सुंदर ब्रिज पर्यटकों के लिए बनवाया गया हैं, जिससे पर्यटक इस झील की खूबसूरत फोटो ले सकें।

यहां पर पर्यटकों के लिए बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध हैं। यहां पर पर्यटक पर्सनल मोटर बोट, क्रूज बोट और पैडल बोट से इस झील की सैर का आनंद लें सकते हैं। यहां पर नाव की सवारी का शुल्क लगभग 100 रुपए से लेकर 250 रुपए तक होता हैं।

5. मोती मस्जिद

भोपाल की मोती मस्जिद को कुदसिया बेगम की बेटी सिकंदर जहां बेगम ने 1860 ई. में बनवाया था। भोपाल की मोती मस्जिद को सुंदर, शुद्ध सफेद और संगमरमर पत्थरों से तैयार किया गया हैं। इस मस्जिद की शैली दिल्‍ली में बनी जामा मस्जिद से मिलती हैं। मोती मस्जिद में गहरे लाल रंग की दो मीनारें हैं, जो ऊपर नुकीली हैं और सोने के समान लगती हैं।

6. शौकत महल

भोपाल में स्थित शौकत महल सबसे आश्चर्यजनक संरचनाओं में से एक हैं, जो अपनी अनूठी शैली के लिए जाना जाता हैं। शौकत महल इंडो-इस्लामिक और यूरोपीय डिजाइन तत्वों का एक संलयन हैं। यह महल लोगों की पुरातात्विक जिज्ञासा को जीवंत कर देता हैं। यह इमारत पुनर्जागरण और गॉथिक शैलियों का एक अनूठा मिश्रण भी प्रदर्शित करती हैं।

इमारत के शीर्ष को त्रिभुजों के रूप में जटिल मेहराबों के उत्तराधिकार से अलंकृत किया गया हैं। अगर आप भोपाल जाए तो शौकत महल विजिट करना ना भूलें। यहां पर आप आसानी से पहुंच सकते हैं। यह भोपाल रेलवे जंक्शन से मात्र 4 किमी की दूरी पर स्थित हैं।

7. गोहर महल

भोपाल शहर का गोहर महल शहर के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक हैं। भोपाल में स्थित झील के किनारे बना यह महल शौकत महल के पीछे स्थित हैं। इस महल को 1820 ई. में कुदसिया बेगम ने बनवाया था। गोहर महल का नाम भोपाल की पहली महिला शासक कुदसिया बेगम के नाम पर रखा गया हैं।

जिन्हें गोहर बेगम के नाम से भी जाना जाता हैं। गोहर महल हिन्‍दु और मुगल वास्‍तुशिल्‍प का बेहतरीन नमूना हैं। भोपाल शहर के गोहर महल में हर साल जनवरी और फरवरी महीने में भोपाल महोत्सव का आयोजन किया जाता हैं।

8. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय

भोपाल में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय 200 एकड़ जमीन में फैला हुआ हैं, इस संग्रहालय में 32 पारंपरिक एवं प्रागैतिहासिक चित्रित शैलाश्रय भी हैं। यह भोपाल के आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक हैं। यह एशिया का मानव जीवन को लेकर बनाया गया विशालतम संग्रहालय हैं। इस संग्रहालय में भारत के विभिन्‍न राज्यों की जनजातीय संस्‍कृति की झलक देखी जा सकती हैं।

यदि आप प्राचीन संस्कृति में रुचि रखते हैं और मानव विकास के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस म्यूजियम को एक बार विजिट जरुर करें। सोमवार और किसी राष्ट्रीय अवकाश को छोड़कर यह संग्रहालय प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता हैं।

9. वन विहार राष्ट्रीय उद्यान

भोपाल में बड़ा तालाब के पास ही वन विहार राष्ट्रीय उद्यान स्थित हैं। वन विहार लगभग 4.45 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ हैं। भोपाल घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए यह बहुत बड़ा आर्कषण का केन्द्र हैं। यह वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जानवरों के अवैध शिकार और अन्य अवैध गतिविधियों से पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में जानवरों को दो भागो में बांटा गया हैं। मांसाहारी और शाकाहारी। शाकाहारी जानवरों के क्षेत्र में लोगों को स्वतंत्र रूप से घूमने की अनुमति होती हैं। वन विहार में आने वाले पर्यटक चीता, तेंदुआ, नीलगाय आदि जानवरों को देख सकते हैं। पर्यटक वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के लिए सफारी राइड ले सकते हैं, जिससे आपकी वन विहार राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा अत्यधिक सुखद हो जाती हैं।

10. भारत भवन

भोपाल में स्थित भारत भवन एक बहु-कला परिसर, सांस्कृतिक केंद्र एवं संग्रहालय हैं। यह भोपाल के बड़ा तालाब के पास स्थित हैं। इसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी द्वारा 13 फरवरी सन 1982 में किया गया था। इस समारोह में गायन, नाट्य, वादन, कविता, फिल्म, कृथकनत्य, ललित कला संग्रह, कहानियां पर कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जाती हैं।

भारत भवन भोपाल घूमने आने वाले पयटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। अगर आप भोपाल घूमने जाए तो भारत भवन जरूर विजिट करें।

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